चेन्नई के पास के एक सहर में रहने वाले अप्यर लक्ष्मण लकड़ी की गाडी बनाते हे ये गाड़िया शोपीस नहीं हे बल्कि चलती भी हे इन्होने सबसे पहले एक लकड़ी की एक साइकिल बनाई पिछले साल एक ऑटो एक्सप्रेस में इनके द्वारा बनाये गए वहां रखे गए और इन्हें वह प
ुरस्कार भी मिला ये महज सातवी पास हे इनके अबतक सात किताबे आ चुकी हे इन्होने पिछले दिनों मारुती ८०० तयार की जिसमे engine छोड़कर सब कुछ लकड़ी का हे इस काम के लिए उन्हें कई बार पुरस्कार भी मिल चुके हे
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