अड़तीस वर्षीय परिजॉय साहा तेज रफ्तार से अपने नाखूनों और हथेलियों से पेंटिंग के एक से बढ़कर एक नायाब नमूने तैयार कर ंडालते हैं। उन्हें ब्रश की तो जरूरत ही नहीं पड़ती। कोलकाता के बेहाला कस्बे में पर्णश्री पल्ली के बाशिंदे परिजॉय साहा ने अपनी
अनूठी कलाकारी के दम पर 2005 से लगातार तीन वर्षो तक लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया। हाल ही उनका नाम वल्र्ड रिकॉर्ड इंडिया, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड और यूनिक वल्र्ड रिकॉर्ड में दुनिया की सबसे तेज पेटिंग के सृजनकर्ता के रूप में दर्ज किया गया है। उन्होंने एक सेकण्ड से भी कम समय 0.92 सेकण्ड में एक पेटिंग पेश कर दी। सेवानिवृत आर्मी डॉक्टर के पुत्र परिजॉय साहा के नाम दुनिया का सबसे तेज पेंटर का रिकॉर्ड भी है।
पेटिंग तैयार करने के लिए परिजॉय सिर्फ फेवीकाल और वाटर कलर का इस्तेमाल करते है। यूनिक वल्र्ड रिकॉर्ड के मुख्य संपादक सबाबी मंगल कहते हैं, 'खाली हाथों से इतनी सुन्दर पेंटिंग तैयार करना वाकई अविश्वसनीय है।' निकट भविष्य में साहा अपनी कला की ऑनलाइन एग्जीबीशन आयोजित करेंगे।
परिजॉय को 2006 में रिप्ले की प्रसिद्ध 'बिलीव इट ऑर नॉट' सूची में भी स्थान दिया गया था। परिजॉय ने खाली हाथों से पेंटिंग करने के 17 अलग-अलग तरीके ढूंढ़ निकाले हैं।
पेटिंग तैयार करने के लिए परिजॉय सिर्फ फेवीकाल और वाटर कलर का इस्तेमाल करते है। यूनिक वल्र्ड रिकॉर्ड के मुख्य संपादक सबाबी मंगल कहते हैं, 'खाली हाथों से इतनी सुन्दर पेंटिंग तैयार करना वाकई अविश्वसनीय है।' निकट भविष्य में साहा अपनी कला की ऑनलाइन एग्जीबीशन आयोजित करेंगे।
परिजॉय को 2006 में रिप्ले की प्रसिद्ध 'बिलीव इट ऑर नॉट' सूची में भी स्थान दिया गया था। परिजॉय ने खाली हाथों से पेंटिंग करने के 17 अलग-अलग तरीके ढूंढ़ निकाले हैं।
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